इतिहास एक बहुति मजेदार विषय है इसे पढ़ने वालो को बहुत अच्छा लगता है। इतिहास से ही हमे पता चलता है की पहले कोई भी जगह, व्यक्ति और संस्कृत कैसे हुआ करती थी। और में कक्षा 12 के इतिहास के लिए नोट्स लाया हूँ और में आपको Class 12 History Chapter 10 Notes In Hindi Pdf देने वाला हूँ।
कक्षा 12 के लिए परीक्षा के लिए तैयारी करने के लिए आपको इतिहास की यह नोट्स बहुत ज्यादा मदद कारने वाली है। अगर आपको इतिहास अध्याय 10 उपनिवेशवाद और देहात नोट्स चाहिए तो इस आर्टिकल को अंततक जरूर देखे।
Contents
- 1 Class 12 History Chapter 10 Notes In Hindi
- 2 उपनिवेशवाद और देहात Pdf
- 3 बंगाल और वहाँ के ज़मींदार
- 4 बर्दमान में की गई नीलामी की एक घटना
- 5 अदा न किए गए राजस्व की समस्या
- 6 राजस्व राशि के भुगतान में ज़मींदार क्यों चूक करते थे?
- 7 जोतदारों का उदय
- 8 राजमहल की पहाड़ियों में
- 9 Class 12 History Chapter 10 Questions And Answers In Hindi
- 10 Class 12 History Chapter 10 Notes In Hindi Pdf
- 11 Class 12 History Chapter 10 Notes FAQ
- 12 औपनिवेशिक शासन सर्वप्रथम कहाँ स्थापित किया गया था?
- 13 साहूकार कौन था?
- 14 इस्तमरारी बंदोबस्ट कब लागु किया गया?
- 15 Conclusion
Class 12 History Chapter 10 Notes In Hindi
PDF: | Class 12 History Chapter 10 Notes In Hindi Pdf |
Subject: | History |
Class: | 12 |
Chapter: | 10 |
Topic: | उपनिवेशवाद और देहात |
Language: | Hindi |
Text Book: | NCERT |
File Size: | 332 kb & 408 kb |
Website: | Pdfhindi.in |
उपनिवेशवाद और देहात Pdf
इस Chapter में आप जान पाएंगे की देहात में रहने वाले लोगों के लिए औपनिवेशिक शासन का अर्थ क्या था। इस अध्याय में आप वंगाल के ज़मींदारों के बारे में जान पाओगे और साथ में राजमहल की पहाड़ियों के बारे में भी जान पाओगे।
इसमें आपको जानने को मिलेगा की कैसे ईस्ट इंडिया कंपनी ने देहात में अपना राज स्थापित किया और अपनी राजस्व नीतियों को कार्यान्वित किया।
बंगाल और वहाँ के ज़मींदार
औपनिवेशिक शासन सर्वप्रथम बंगाल में स्थापित हुआ था। यहीं से ही सबसे पहले ग्रामीण समाज को पुनर्व्यवस्थित करने कौर भूमि संबंधी अधिकारों की नयी व्यवस्था प्रणाली स्थापित किया गया था।
बर्दमान में की गई नीलामी की एक घटना
यह घटना है बर्दमान की जिसकी बर्तमान नाम है बर्द्धमान। 1997 में एक नीलामी की गई और यह एक बहुत बड़ी घटना थी। ऐसा हुआ की बर्दमान के राजा पर राजस्व की बड़ी भरी रकम बकाया थी और इसके लिए उसकी नीलामी होने वाली थी।
नीलामी के लिए अनेक खरीददार आए थे और ऊँची बोली लगाने वाले को बेच दी गई। लेकिन कलेक्टर को इस नीलामी में एक बहुत बड़ी पेंच दिखाई दी। कलेक्टर को यह पता चला की खरीददार में से अनेक राजा के नौकर या एजेंट था और वह लोग राजा की तरफ से जमीनों को खरीदा था। नीलामी में 95 प्रतिशत से अधिक बिक्री फर्जी थी
राजा, किसान और नगर | Class 12 History Chapter 2 Notes In Hindi Pdf |
Class 12 History Chapter 3 Notes In Hindi Pdf |
अदा न किए गए राजस्व की समस्या
1770 के दशक तक आते आते बंगाल की ग्रामीण अर्थव्यवस्था संकट में गुजरने लगी थी क्यूंकि बार बार अकाल पड़ रहा था और खेती की पैदावार घटती जा रही थी। इसको देखते हुए कंपनी ने राजस्व को स्थायी करने की सोच रहे थे।
अधिकारीयों को यह आशा थी की छोटे किसानों और धनी भूस्वामियों का एक ऐसा वर्ग उत्पन्न हो जायेगा जिसके पास कृषि में सुधर करने के लिए पूंजी और उद्यम फोनो होंगे।
बंगाल के राजाओं और ताल्लुकदारों के साथ इस्तमरारी बंदोबस्त लागु किया गया। इस परिभाषा के अनुसार जमींदार गाँव में भू-स्वामी नहीं था वल्कि वह राज्य का राजस्व संग्राहक मात्र था।
Class 12 History Chapter 4 Notes In Hindi Pdf |
यात्रियों के नजरिए नोट्स | Class 12 History Chapter 5 Notes In Hindi Pdf |
राजस्व राशि के भुगतान में ज़मींदार क्यों चूक करते थे?
कंपनी का यह सोचना था की राजस्व मांग निर्धारित किये जाने से जमींदारों में सुरक्षा का भाव उत्पन्न होगा और वे अपने निवेश पर प्रतिफल प्राप्ति की आशा से प्रेरित होकर संपदाओं में सुधर करने के लिए प्रोत्साहित होगी लेकिन वंदोबस्त के बाद राजस्व की बकाया रकमें और भी ज्यादा बढ़ती गई।
जोतदारों का उदय
18 वीं शताब्दी के अंत में जहां बहुत सारे जमींदार संकट की स्थिति में गुजर रहे थे वहां कुछ धनी किसानो के समूह गांव में अपनी मजबूत स्थित और भी मजबूत करते जा रहे थे।
फ्रांसिस बुकानन के उत्तरी बंगाल के दिनाजपुर जिले में धनी किसानों के जोतदार कहा जाता था। 19 वीं शताब्दी आते आते जोतदारों ने बड़े बड़े रकबे अर्जित कर लिया था। स्थानीय व्यापर और साहूकार के कारोबार पर भी उनका नियंत्रण था। और उस क्षेत्र के गरीब काश्तकारों पर व्यापक शक्ति का प्रयोग करते थे।
राजमहल की पहाड़ियों में
19 वीं शताब्दी में बुकानन ने राजमहल की पहाड़ियों का दौरा किया था और उसके अनुसार यह बहुत खतरनाक इलाका था जहाँ किसी की भी जाने की हिम्मत नहीं हुआ करती थी। पहाड़ियों के लोग कंपनी के लोगो से खुश नहीं थे और उनसे बात करने के लिए तैयार नहीं थे।
पहाड़ियों के ईदगिर्द रहते थे और जंगल से ही अपने गुजर बसर करते थे। वह लोग जंगल के झाड़ियों को काटकर जगह को साफ कर लेते थे और खाने तरह तरह की दालें और ज्वार बाजरा ऊगा करते थे।
वहां के लोग खाने के लिए महुआ के फूल इकट्ठे करते थे और रेशम के कोया बेचा करते थे एवं काठकोयला बनाने के लिए लकड़ियाँ इकट्ठी करते थे।
Class 12 History Chapter 10 Questions And Answers In Hindi
प्रश्न: राजा शब्द का प्रयोग कहाँ किया जाता था?
उत्तर: राजा शब्द का प्रयोग किया जाता था शक्तिशाली जमींदारों के लिए।
प्रश्न: ताल्लुकदार शब्द का अर्थ क्या हिअ?
उत्तर: ताल्लुकदार शब्द का अर्थ है वह व्यक्ति जिसके साथ ताल्लुक़ यानि संबंध हो।
प्रश्न: रैयत शब्द का प्रयोग किसके लिए किया जाता था?
उत्तर: रैयत शब्द का प्रयोग किसानो के लिए किया जाता था।
प्रश्न: बुकानन कौन था?
उत्तर: बुकानन एक फ्रांसिस चिकित्स्क था और उसने भारत आकर बंगाल के चिकित्सा सेवा में काम किया। भारत के गवर्नर जनरल लार्ड बेलेज्ली का शल्य चिकित्सक था। उसने कोलकाता में चिड़ियाघर का स्थापना किया था जो कोलकाता अलीपुर चिड़ियाघर के नाम से जाना जाता है बर्तमान में।
Class 12 History Chapter 10 Notes In Hindi Pdf
Class 12 History Chapter 10 Notes FAQ
औपनिवेशिक शासन सर्वप्रथम कहाँ स्थापित किया गया था?
औपनिवेशिक शासन सर्वप्रथम बंगाल में स्थापित किया गया था।
साहूकार कौन था?
साहूकार एक ऐसे व्यक्ति हुआ करता था जो पैसा उधर दिया करता था और साथ में व्यापर भी किया करता था।
इस्तमरारी बंदोबस्ट कब लागु किया गया?
1793 में इस्तमरारी बंदोबस्ट लागु किया गया था।
Conclusion
आशा करता हूँ की आपको यह आर्टिकल अच्छी लगी है यदि आपको Class 12 History Chapter 10 Notes In Hindi Pdf से जुड़ी कोई और जानकारी चाहिए या फिर पीडीएफ को डाउनलोड करते वक़्त कोई समस्या हो रही है तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताइये।
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Disclaimer इस आर्टिकल में दी गयी नोट्स को मैंने नहीं लिखा है और नहीं मैंने किसी से लिखवाया है। इसे इंटरनेट से उठाया गया है पूरी गाइड लाइन को ध्यान में रखकर। फिर भी किसी को इससे प्रॉब्लम है तो वह मुझसे कांटेक्ट कर सकता है ईमेल के जरिये। यह आर्टिकल सिर्फ और सिर्फ Students का मदद करने के लिए लिखा गया है। ताकि वह लोग जिनके पास Tuition पढ़ने की पैसा नहीं है वह अच्छे मार्क्स ला पाए परीक्षा में। |